Cycle का आविष्कार किसने किया और कब किया?
साइकिल का आविष्कार (Cycle Ka Avishkar Kab Hua) किसी व्यक्ति द्वारा नहीं किया गया है, बल्कि इसका विकास कई सालों तक कई लोगों द्वारा किया गया है। पहली साइकिल-प्राकृतिक रूप से पदार्थों के चक्रों का उपयोग करने वाले सवार के रूप में जानी जाती है, जिसे “ड्रॉसीन” कहा जाता था।
किन्तु, प्रथम रूप में पेड़ल चलाने वाली साइकिल का विकास करने वाले व्यक्ति के रूप में बार्न वान देर सर सैवर्न (Baron Karl von Drais) को माना जाता है। उन्होंने 1817 में अपनी नवीनतम यातायाती उपकरण को “ड्रॉसीन” नाम दिया था। यह उपकरण पेड़ल गतिविधियों के बिना हाथों और पैरों की सहायता से आगे बढ़ता था। इसे प्राथमिक रूप से फ्रांस में उपयोग किया जाने लगा।
साइकिल का मार्कस आरियसमिथ (Markus Ariesen Smith) ने 1865 में एक नई डिजाइन द्वारा बढ़ाया था, जिसमें पहले बार्न वान देर सर सैवर्न के नवीनतम यातायाती उपकरण को और अधिक विकसित किया गया था। इसमें पेड़ल और रीम का उपयोग किया जाता था, जिससे उसे आज़ादी से गतिशील बनाने में सहायता मिलती थी। यह डिजाइन आज भी बेसिक साइकिलों के लिए उपयोग में लाया जाता है।
Cycle Ka Avishkar Kab Hua:- इस प्रकार, साइकिल का आविष्कार किसी एक व्यक्ति के द्वारा नहीं किया गया, बल्कि इसका विकास और सुधार विभिन्न व्यक्तियों द्वारा एक सीरीज़ में किया गया है।
साइकिल आविष्कार का इतिहास क्या है?
साइकिल का आविष्कार (Cycle Ka Avishkar Kab Hua) और विकास कई चरणों में हुआ है। यहां साइकिल के महत्वपूर्ण पहलुओं का एक संक्षेप मिलेगा:
- ड्रॉसीन (Draisine): 1817 में बारन वान डेर सर सैवर्न (Baron Karl von Drais) ने “ड्रॉसीन” को विकसित किया, जो एक प्राकृतिक रूप से पदार्थों के चक्रों का उपयोग करने वाले सवार के रूप में जाना जाता था। इसमें पेड़ल गतिविधियों के बिना हाथों और पैरों की सहायता से आगे बढ़ता था।
- पेनी फार्थरिंग (Penny Farthing): 1860 के दशक में, बाईसी सदी के मध्य तक साधारणतः इस्तेमाल होने वाले वेलोसिपेड और बाईसी (Velocipede and Boneshaker) जैसी मोटरसाइकिलों की जगह पर अधिक प्रभावशाली “पेनी फार्थरिंग” आविष्कार की गई। इसमें एक विशेष बड़ा पहिया होता था जो आगे के छोटे पहिए से काफी बड़ा होता था।
- उड़ानयान (Safety Bicycle): 1885 में, जॉन केम्पबेल एवं आनरेट एवं निकलसोन द्वारा उड़ानयान नामक बाइसिकिल का आविष्कार किया गया। इसमें पहले की तुलना में सुरक्षा और स्थिरता में बेहतरी थी। यह उस बाइसिकिल की आधारभूत डिज़ाइन थी जो आजकल उपयोग में है।
यहीं नहीं, साइकिल के आविष्कार और विकास में और भी कई योगदानकर्ता शामिल हैं जैसे कि हैंस वगनर (Hans von Wagner) और ओटो डैमलर (Otto Daimler)। उन्होंने पहली साइकिल कंपनी की स्थापना की थी और साइकिल की और विकास में योगदान दिया था।
इस प्रकार, साइकिल का आविष्कार कई व्यक्तियों के योगदान के एक संग्रह के रूप में हुआ है, जिनमें से कुछ नाम ऊपर उल्लेख किए गए हैं। “Cycle Ka Avishkar Kab Hua”
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मोटरसाइकिल का आविष्कार किसने किया है?
Cycle Ka Avishkar Kab Hua:- मोटरसाइकिल का आविष्कार एक फीडरिक्को (Federico) और मिरियाम (Miriam) सर्कोरा द्वारा किया गया है। वे इटली के नागरिक हैं और 1947 में एक नई प्रकार की मोटरसाइकिल का निर्माण करने में सफल रहे। इसे “सिस्टर साइकिल” (Sister Motorcycle) के नाम से जाना जाता है।
सिस्टर साइकिल एक छोटी, प्रभावी और सुरक्षित गाड़ी थी जिसमें एक छोटा मोटर लगा होता था। यह साइकिल महिलाओं के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई थी, ताकि वे आसानी से उसे उपयोग कर सकें। इसकी आधारभूत डिज़ाइन और उपयोगिता ने मोटरसाइकिलों के लिए एक नई मापदंड स्थापित किया।
Cycle Ka Avishkar Kab Hua:- फीडरिक्को और मिरियाम सर्कोरा के सिस्टर साइकिल का आविष्कार मोटरसाइकिलों के उदय को संभव बनाने में महत्वपूर्ण योगदान है। यह एक नया युग प्रारंभ किया और मोटरसाइकिल उद्योग में नए विकास की ओर अग्रसर हुआ।
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